मंगलवार, 23 सितंबर 2025

जीवन का सच - जो मैंने जाना

 सच क्या है और झूठ क्या हैसच झूठ लगता है और झूठ सच लगता है। दिमाग़ी स्थिति ऊहापोह की है। समझना ज़रूरी है कोशिश की और ये समझ आया कि

 सच है तुम्हारी दुनियातुम्हारे लोगतुम्हारा समयतुम्हारी सोच,तुम्हारी शक्तितुम्हारी क़ाबिलियततुम्हारी परिस्थिति और उसकेअनुसार कार्य करने काजीवन चलाने का तुम्हारा तरीक़ा।तुम्हारा व्यवहारतुम्हारा स्वभाव 

और

झूठ है दुनिया जो तुम्हारी है, तुम्हारे चारों ओर हैजो तुमको दिखती है, झूठ है वो समाज जिसका तुम अनुसरण करना चाहते हो।जिससे तुमको रिश्ता निभाना है ,जिससे तुम अपनी तुलना करते हो। जिसको तुम हराना चाहते हो या जिससे तुम आगे रहना चाहते हो या उसकी बराबरी करना चाहते होऔर जब नहीं कर पाते तो उससे ख़ुद को अलग कर लेते हो। अपने में खुश रहने की कोशिश करते हो। पर ये सब हो नहीं पाता और तुमको झूठा जीवन जीना होता है।

झूठ है वो जीवन जो तुम्हारा नहीं है तुमको मिला है। झूठ है जीवन जो तुम को जीना हैतुम्हें कुछ और करना था। झूठ है तुम्हारी सोचतुम्हारा स्वभाव जो तुम्हारा नहीं थापरिस्थिति से बन गया या तुमने बना लिया।


सच है तुम्हारी क़ाबिलियत । जिससे तुमने झूठ की दुनिया में अपना एक रास्ता बनाया।और जीवन को सच बनाया।